bhavnayen
Saturday, March 5, 2011
समर्पण
समर्पण तुम करो
मैं तुम्हे शांति
दूंगा
एक असीम शांति
अन्ताकरण में फैली
द्वेष अंहकार की
भावना
फेंक निकालो
अपनी
आत्मा को
पूर्णरूपेण शुद्ध करो
आओ हम सब
मिल अपना सर्वस्व
उस परमपिता
प्रभु को
समर्पित करें
और जीवन में
असीम आनंद की
अनुभूति करें
No comments:
Post a Comment
Newer Post
Older Post
Home
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment