खुद राह बना लेगा बहता हुआ पानी है !
नफ़रत को मिटा देगा बहता हुआ पानी है !!
कहीं निर्मल ,कहीं शीतल कहीं होता है खारा भी !
बिछुडों को मिला देगा, बहता हुआ पानी है !!
बिरहा में तड़पती हुई जागी हुई आँखों में !
आँसू भी सज़ा देगा बहता हुआ पानी है !!
लेना ना कभी टक्कर ,ताकत है बहुत इस में !
तेरी हस्ती मिटा देगा बहता हुआ पानी है !!
तू कूद जा लहरों में घबरा नहीं बिलकुल भी !
ये पार लगा देगा बहता हुआ पानी है !!
"ज्योति" तेरी मंज़िल तो अब दूर नहीं ज्यादा !
सागर से मिला देगा बहता हुआ पानी है !!
नफ़रत को मिटा देगा बहता हुआ पानी है !!
कहीं निर्मल ,कहीं शीतल कहीं होता है खारा भी !
बिछुडों को मिला देगा, बहता हुआ पानी है !!
बिरहा में तड़पती हुई जागी हुई आँखों में !
आँसू भी सज़ा देगा बहता हुआ पानी है !!
लेना ना कभी टक्कर ,ताकत है बहुत इस में !
तेरी हस्ती मिटा देगा बहता हुआ पानी है !!
तू कूद जा लहरों में घबरा नहीं बिलकुल भी !
ये पार लगा देगा बहता हुआ पानी है !!
"ज्योति" तेरी मंज़िल तो अब दूर नहीं ज्यादा !
सागर से मिला देगा बहता हुआ पानी है !!