Wednesday, November 27, 2013

१.मैं मानती हूँ कि तुमसे नहीं मिलती पहले सी
 मगर कोई भी सांस नहीं लेती हूँ मैं तेरे बिना
२.ज़माना गुरेज करे तो करे तुम खफा मत होना
बहुत मुश्किल से मिलता है दिल मुझसे  जुदा मत होना
३.तुम्हें दूँ भी तो क्या सब फानी है "ज्योति"
ये मुहब्बत की दुआ देती हूँ तू शाद रहे
४.ये ताना न दो हमें हम की याद नहीं करते हैं "ज्योति"
 कौनसी रात गुजरी है जब अश्कों की बरसात नहीं करते हैं
५.मेरी नजर जब भी चूमती है तुम्हें नजर पे नाज होता है
ए खुदा कभी तो छू के मुझे मेरे वज़ूद को ख़ास कर दे..
६.तुम मेरे दिल हो मगर पेशानी पर तिल की तरह
कैसे कह दूं कि तुम मेरी पहचान नहीं हो "ज्योति"
६.जल भी जाऊं तो कोई हर्ज नहीं है मुझको "ज्योति"
काश जलने पे मेरी तुमसे मिलने की तमन्ना न जले.

Sunday, November 10, 2013

जिंदगी अभी तक मिली ही नहीं , एक बार देखि थी छोटी सी झलक लगा था जैसे पा लिया है उसको न जाने कहाँ छिप गयी ......वह पथरा गयीं हैं आँखें....राह तकते साँस फूलने लगी है सीने में अब बाट जोहते हुए..... जिंदगी तेरी कहीं ऐसा न हो ...फिर कि तुम मुझे खोजो और मैं खो जाऊं कहीं जिंदगी जब तक सांस है तन में आस है मिलने की तुमसे मुझे टब कब मिलोगी, कहो न .कहो न