Tuesday, August 14, 2012

हम हैं हर मुश्किल से जो टकरा के चलते हैं!!

हम हैं हर मुश्किल से जो टकरा के चलते हैं!!
काफ़िर हैं वो जो अपना दामन बचाके चलते हैं!!

तेरी याद आती है तो रो लेते हैं तन्हाई में!!
वरना तो हर कदम हम मुस्कुरा के चलते हैं!!

किस्मत ना जाने क्यूँ लेती है पग पग परीक्षा!!
हम हैं काँटों पर भी जो मुस्कुरा के चलते हैं!!

रात बीत जाती दुखों के सागर में डूबते उभरते!!
मेरे अपने ज़ख़्मों पर नमक लगाके चलते हैं!!

तुम आए हो मेरी जिंदगी में बन प्यार की किरण!!
पा कर प्रीत तुम्हारी अब हम मुस्कुरा के चलते हैं!! 

1 comment:

  1. बहुत सुन्दर प्रस्तुति.स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनायें
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