Wednesday, August 1, 2012

राखी का दिन

भैया राखी का दिन आया
ये खुशियाँ बहुत सी है लाया
लाया कुछ हंसी फिर से 
कुछ के लिए गम लाया!!
आज कुछ आँखें नम हैं 
दिल में छिपाए कितने गम हैं !!
बहने रोती राखी बाँधने को
भाई तरसते हैं बंधवाने को!!
आज फिर रिश्ते याद आये हैं 
राखी के पावन दिन हमको !!

राखी दिवस तोला पैसों से
राखी तो है प्रेम का बंधन ,
पैसों से नहीं जुड़ते रिश्ते 
राखी धागों का सच्चा बंधन 
कच्चे धागों के पक्के रिश्ते
मन से मन को बांधें रिश्ते 
टूट रहे क्यों निज बातों से ,
बिखरे बिखरे से ये रिश्ते 
भैया समय की मांग यही है 
भाई बहिन का प्यार न बिसरे 
भैया राखी का दिन आया
ये खुशियाँ बहुत सी है लाया

3 comments:

  1. भाई बहन के रिश्ते को बहुत खुबसूरत शब्दों में गढ़ा है अपने....

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  2. भाई बहन के रिश्तों की बहुत अच्छी प्रस्तुति,,,,,

    रक्षाबँधन की हार्दिक शुभकामनाए,,,
    RECENT POST ...: रक्षा का बंधन,,,,

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  3. बहुत सुंदर कविता .... हैप्पी राखी ....

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