Monday, May 16, 2011

जिन्दगी से सीखी बातें

1चापलूसी दोस्ती को दीमक की तरह चाट जाती है चापलूस दोस्त नहीं दुश्मन होते हैं इनसे सावधान रहो


2जिन्दगी ऐसी किताब है जो हर पल हमें अच्छे- बुरे का बौध कराती है 


3जो झूठ किसी बेक़सूर की जिन्दगी बचाये वो सच्च से बड़ा , जो सच्च किसी बेक़सूर की जिन्दगी नरक बना दे वो सब से बड़ा झूठ होता है . 


4जिन्दगी में सभी को खुश नहीं रख सकते खुद को उदास करके किसी और को ख़ुशी नहीं दी जा सकती खुद को खुश रखना सीखिए और दूसरों को भी जीने दीजिये


5माँ संसार का सब से ख़ूबसूरत रिश्ता है कहते हैं परमात्मा कण कण में बिराजमान है किन्तु परमात्मा सभी जगह नहीं पहुँच सकता इसी लिए उसने माँ बनाई आज 
6मेरा सब से अच्छा दोस्त खुदा ,और मेरी माँ मेरा खुदा 

7कुछ लोग रिश्ते ढोते हैं, कुछ निभाते हैं. मैं रिश्तों को दिल से जीती हूँ

8हताशा इंसान को गर्त में धकेल देती है जिन्दगी से हताश इंसान ही आत्महत्या करते हैं

9अच्छा , बुरा इंसान कर्मों से बनता है और कर्म करना ही हमारे हाथ में है क्यूँ इंसान बुरे कार्यों में लिप्त रहता है अच्छे कर्म क्यूँ नहीं करता

10प्यार जिन्दगी का ख़ूबसूरत अहसास है प्यार आत्मा से शुरू होता है दिल में निवास करता है 

11इंसान ऐसा प्राणी है जिसको परमात्मा ने दिमाग दिया तभी तो वो अन्य जीवों से श्रेष्ठ कहलाया 

12हमारी जिन्दगी हमारे कर्मों से बनती है और कर्म हमारा भाग्य लिखते हैं

13खुदा से वही जिन्दगी मांगो जो किसी के काम आ सके वो नहीं जो किसी को बर्बाद कर दे 

14ख्वाब देंखेंगे तभी उन्हें पूरा करेंगे

15आधुनिकता समय के बदलाव को महसूस करना और उसे अपनाना , को कहते हैं 

16आज भी हमारा समाज दोगलेपन का शिकार है एक तरफ हम 'celebrities ' जो किस्सिंग सीन या टॉप लेस होती हैं या nude  उनको देख के खुश होते हैं और दूसरी तरफ हम कॉल गिर्ल्स और वेश्याओं को हिकारत की नज़र से देखते हैं क्यूँ होता है ऐसा  

1 comment:

  1. बहुत सार्थक और विचारणीय पोस्ट..

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