उसने मेरी आँखों में होली की आग जलाई है!!
अंग अंग रंगा है जैसे रंगोली तन से सजाई है!!
जवानी की उड़ती है चुनर घटाओं में लहराई है!!
इंद्रधनुष की छटा जैसे फ़िज़ाओं में ..लहराई है!!
अंग अंग रंगा है जैसे रंगोली तन से सजाई है!!
जवानी की उड़ती है चुनर घटाओं में लहराई है!!
इंद्रधनुष की छटा जैसे फ़िज़ाओं में ..लहराई है!!
बहुत ख़ूब!
ReplyDeleteआपकी यह ख़ूबसूरत प्रविष्टि कल दिनांक 30-07-2012 को सोमवारीय चर्चामंच-956 पर लिंक की जा रही है। सादर सूचनार्थ
very nice post .thanks .
ReplyDeleteTHIS IS MISSION LONDON OLYMPIC
INDIAN WOMAN
सुन्दर और भावपूर्ण |
ReplyDeleteआशा
Bahut hi pyari bhavna hai...
ReplyDeleteकृपया वर्ड वेरिफिकेशन हटा लें ...टिप्पणीकर्ता को सरलता होगी ...
ReplyDeleteवर्ड वेरिफिकेशन हटाने के लिए
डैशबोर्ड > सेटिंग्स > कमेंट्स > वर्ड वेरिफिकेशन को नो NO करें ..सेव करें ..बस हो गया .
बहुत खूब
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