Saturday, June 4, 2011

बेटी भी तेरी सयानी तो हो

गर राजा भी होगा तो रानी तो होगी
कि अम्मा की लोरी कहानी तो होगी

मोहब्बत को दुश्मन बना लो तुम जितना
कि कान्हा की मीरा दीवानी तो होगी

जलाना है जितना जला लो तुम बहूएँ
कि बेटी भी तेरी सयानी तो होगी

सियासत बिछा ले चाहे गोट जितनी
कि शहीदों के किस्से कहानी तो होगी

बड़े लोग हैं जो,बड़े ही रहेंगे
कि बच्चो की घर में नादानी तो होगी

तुम मुझे भूल जाओ,मुनासिब नही है
कि मोहब्बत की दिल में निशानी तो होगी

"ज्योति" सबकी कहानी बन रही एक जैसी
कि साँसे भी एक दिन आनी जानी तो होगी

1 comment:

  1. जलाना है जितना जला लो तुम बहूएँ
    कि बेटी भी तेरी सयानी तो होगीbahut sunder bhaavliye saarthak rachanaa.badhaai sweekaren.



    please visit my blog.thanks.

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