Monday, October 7, 2013

1.दूर तुम दूर मैं अब चाहत पनाह मांगती है दूर कैसे करूँ ख्याल तेरा रूह काँप जाती है
2.वो और होंगे जो डर गए होंगे रुशवाई से इश्क दीवाना तो कोई विरला ही होता है
3.मेरे हिस्से का प्यार भी तुम ले लो 
बस अपनी दोस्ती हमें दे दो
4.किसी की आँख में क्या देखूं मैं कहो 
आँख अपने ही आंसुओं से धुंधलाई है

No comments:

Post a Comment