Thursday, May 23, 2013

1.अय गम मुझे तेरी आदत सी हो गयी अब 
"ज्योति" जब भी जी आये चले आओ तुम
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2.अब हंसी को दुश्मनी है या दुश्मन हूँ हंसी की
हर राह गम से "ज्योति" पूछती फिरती हूँ मैं................. jyoti dang

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