Monday, April 8, 2013

हे प्रियवर मेरे मुझको 
आज तुम्हे है.... कहना 
जन्म जन्म तक मुझको 
साज़न तेरी बन कर रहना 
तुम हो मेरे सम्बल साजन 
मैं हूँ निर्बल....... एकलता 
मेरे जीवन के प्रश्नों.... का 
तुम ही हो सम्पूरण पता 
तेरी छाया में जीवन भर 
सूरज चाँद निहारूं..... मैं 
जीवन के हर पथ...... में 
जीवन साथी बन कर रहना .... jyoti dang

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