Thursday, February 23, 2012

भूलने के लिए उनको ये बहाना अच्छा है भूलने के लिए उनको ये बहाना अच्छा है

कहीं और प्यार में दिल को लगाये रखिए
भूलने के लिए उनको ये बहाना अच्छा है

वो मुझे भूल खुश रहे होकर किसी और के 
बुरी साबित हो गिरूँ नज़रों में ये अच्छा है

सोचती हूँ कभी तनहा ये मेरी जिंदगी क्या है 
कभी हुई उसकी जीने को ये ख्याल अच्छा है

सब से छुपाए रखा दर्दे दिल मुस्कुराकर मैंने 
पैमाना-ए-सब्र न छलके तो "ज्योति"अच्छा है 

3 comments:

  1. सुन्दर सृजन, सुन्दर भावाभिव्यक्ति, बधाई.

    कृपया मेरे ब्लॉग" meri kavitayen" की नवीनतम पोस्ट पर पधार कर अपनी अमूल्य राय प्रदान करें, आभारी होऊंगा.

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  2. वो मुझे भूल खुश रहे होकर किसी और के
    बुरी साबित हो गिरूँ नज़रों में ये अच्छा है

    ....निस्वार्थ प्रेम की बहुत सुंदर अभिव्यक्ति..

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  3. आप के ब्लॉग की १०० वी सदस्य बन कर मुझे ख़ुशी हुई ,आप को भी मुबारक हो,.....कमेन्ट देते हुए वर्ड वेरिफिकेशन से दिक्कत होती है उसे हटा दें तो सब को सुविधा हो जाए

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