सद्गुरु क्या हैं होते
हम क्या हैं जानते !!
हैं क्या ,नहीं समझते
सद्गुरु शिष्य का
रूपान्तर हैं करते !!
रूपान्तर ज्ञान नहीं
अनुभूति है होता !!
अन्तकरण की
वासना को है मिटाते!!
नर को नारायण
है बनाते !!
आज के युग में
ऐसे गुरु कहाँ
है मिलते !!
वोह शिष्य कहीं
खो गए !!
जो गुरु को
गुरु है मानते !!
No comments:
Post a Comment