पानी की बूँदें
बद्रा बन के बरसें
धरती की प्यास बुझाती
पानी की बूँदें
आँखों में आँसू बनके बरसें
किसी की याद दिलाती
पानी की बूँदें
हैं इंसानों के लिए
जीवन समान
इसके बिना नहीं है जिंदगी
पेड़, जानवर् या हों इंसान
इस मे ही बसते सब के प्राण
बद्रा बन के बरसें
धरती की प्यास बुझाती
पानी की बूँदें
आँखों में आँसू बनके बरसें
किसी की याद दिलाती
पानी की बूँदें
हैं इंसानों के लिए
जीवन समान
इसके बिना नहीं है जिंदगी
पेड़, जानवर् या हों इंसान
इस मे ही बसते सब के प्राण
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