1.तू मुझे ताने न दे करके जुदाई का जिक्र ,
कौन सी सांस है जो तेरे बिना आती है
2.ये मचलना तेरा बेबात बहुत भाता है "ज्योति "
अब किसी और की चाहत ही कहाँ है मुझे
3.मेरी साँसों में बसा है बस नाम तेरा "ज्योति".
बे-वफ़ा फिर भी मुझे बेखबर तुम कहते हो
कौन सी सांस है जो तेरे बिना आती है
2.ये मचलना तेरा बेबात बहुत भाता है "ज्योति "
अब किसी और की चाहत ही कहाँ है मुझे
3.मेरी साँसों में बसा है बस नाम तेरा "ज्योति".
बे-वफ़ा फिर भी मुझे बेखबर तुम कहते हो
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