Tuesday, April 2, 2013

meri shayari


हर बात में उसको मेरी जाने क्या क्या नज़र आता है
अक्सर आईने के सामने खड़े होकर बात करता है मुझ से
मैं उसकी आँखों में देख सकती हूँ कितने समंदर
वो मेरे सिवा आँखों में और कुछ खोजता ही नहीं
माँ तो मरकर भी जुदा नहीं होती बच्चे
कौनसी जुदाई की बात करते हो तुम बच्चे
आज की रात मुझे नींद नहीं आएगी
कल तुमसे जो मिलने का अपना वादा है 
साथ छोड़ने की तुम न बातें करो
बिन तुम्हारे सांस हमें आती नहीं !!
जब से मेहमान हुए तुम दिल के मेरे
कोई भी शै दुनिया की भाती नहीं !!.....

उसने झूठ कहा कुछ नहीं उसके पास
वो तो जादूगर है आँखों में संसार बसाये फिरता .........
आज हवाओं में सिहरन बहुत है ठंड की
हो सके तो हमें साजन साथ लेकर चलो
गरज रहे हैं बदल ये कहते हुए...आज ज़रूर मिलना
वरना भीगा बदन जलता रहेगा...भीगने की जलन से
उनको आती है हँसी बीमार के हाल पर
इस तरह दुश्मनी देखो....... अच्छी नहीं
उनको अच्छा लगा है तड़पना मेरा
या खुदा उम्र भर ये बेकरारी रहे
हो गई हूँ मैं खराब अक्सर कहते हैं वो
जिनके पहलू में रात दिन रहती हूँ मैं

  • तेरे मिलने की उम्मीद अब धूमिल होती जा रही
    इतनी रहमत करना फूल चढ़हाने कब्र पर आ जाना

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