दिल अब मेरा कैसे घबराने लगा है
साया मेरा मुझसे दूर जाने लगा है
सुनाई दे रही हैं हर तरफ़ सिसकियाँ
हर श्रृंगार से अब ख़ौफ़ आने लगा है
लगी काँपने दामिनी की रूह भी अब
अजब दुष्कर्म का दौर छाने लगा है
देखी है मैने बेबसी लाचार आँखों में
साया खुद से नज़रें चुराने लगा है
सवालाती दौर है हर दिल दरिया में
हर सवाल "ज्योति" सताने लगा है.......... jyoti dang
साया मेरा मुझसे दूर जाने लगा है
सुनाई दे रही हैं हर तरफ़ सिसकियाँ
हर श्रृंगार से अब ख़ौफ़ आने लगा है
लगी काँपने दामिनी की रूह भी अब
अजब दुष्कर्म का दौर छाने लगा है
देखी है मैने बेबसी लाचार आँखों में
साया खुद से नज़रें चुराने लगा है
सवालाती दौर है हर दिल दरिया में
हर सवाल "ज्योति" सताने लगा है.......... jyoti dang
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