प्यार है तो यार पे ऐतबार होना चाहिए !
इश्क़ है तो इश्क़ का इज़हार होना चाहिए !!
हम को जो कुछ भी मिला अपने मुकद्दर से मिला !
अपनी किस्मत पे हमें ऐतबार होना चाहिए !!
जिस तरहां हम को मुहब्बत दे रहा है वो खुदा !
हम को भी इन्सानिअत से प्यार होना चाहिए!!
जिस तरह मेरे ज़ेहन में और कोई भी नहीं !
दिल में उस के भी मेरा ही प्यार होना चाहिए!!
खिलखिलाए मुस्कुराए खुश रहे हर इक जहां !
ऐसा सुन्दर भी कोई संसार होना चाहिए !!
बहुत पीछे ले गया है " ज्योति " मेरे देश को !
अब तो भृष्टाचार से इनकार होना चाहिए!!
इश्क़ है तो इश्क़ का इज़हार होना चाहिए !!
हम को जो कुछ भी मिला अपने मुकद्दर से मिला !
अपनी किस्मत पे हमें ऐतबार होना चाहिए !!
जिस तरहां हम को मुहब्बत दे रहा है वो खुदा !
हम को भी इन्सानिअत से प्यार होना चाहिए!!
जिस तरह मेरे ज़ेहन में और कोई भी नहीं !
दिल में उस के भी मेरा ही प्यार होना चाहिए!!
खिलखिलाए मुस्कुराए खुश रहे हर इक जहां !
ऐसा सुन्दर भी कोई संसार होना चाहिए !!
बहुत पीछे ले गया है " ज्योति " मेरे देश को !
अब तो भृष्टाचार से इनकार होना चाहिए!!
वाह वाह बहुत सुन्दर रचना दिल को छू गया हर शेर्।
ReplyDeleteशानदार प्रस्तुति ....समय मिले कभी तो आयेगा मेरी पोस्ट पर आपका स्वागत है
ReplyDeletehttp://mhare-anubhav.blogspot.com/2011/10/blog-post_18.html
प्यार है तो यार पे ऐतबार होना चाहिए !
ReplyDeleteइश्क़ है तो इश्क़ का इज़हार होना चाहिए !!अति सुन्दर.....
शुभ दीपावली,
ReplyDeleteप्यार है तो यार पे ऐतबार होना चाहिए !
ReplyDeleteइश्क़ है तो इश्क़ का इज़हार होना चाहिए !!
हम को जो कुछ भी मिला अपने मुकद्दर से मिला !
अपनी किस्मत पे हमें ऐतबार होना चाहिए !!...
laajwaabbbbb..
jai hind jai bharat