Thursday, April 25, 2013

1.सरकार से उम्मीद झूठी न कीजिये 
हर बार वोट मांग कर सरकार बनी है ..... jyoti dang

2.ममता में ममता मर गई अहुदा बचा है एक 
देते हैं बस दुहाईयाँ ना जाने काम कोई नेक ........ jyoti dang
रोटी जुटाने के लिए रोज़ जो घिसता है एडियाँ
उस शख्स से आप बस आते का भाव पूछिए !!

जिनको हज़म नहीं है खाना भी अब जनाब 
है मिजाज़ क्या मौसम का उनसे ही पूछिए !!

सुबह ही बेधुले हुए मुहँ चलते हैं काम को 
बोझ कितना है लाश का क्या आप पूछिए !!

खुद को किया सलाम खुद आईने के सामने 
जिंदगी की इबादत का अब न अंजाम पूछिए !!!

खुद मौत दर रही हो आने से जिस शख्स से
खुशियों की आमद का न कोई ख्याल पूछिए !!

हर दुःख है जवान ज्यों कुंवारी कोई बेटी
हालात हैं क्या दिल के अब न आप पूछिए !!

कांधों पे डाले चल रहे हैं हम सुखों की लाश
किस हाल में'ज्योति ' न अब बेकार पूछिए !!. jyoti dang
आओ मिलकर हाथ बढ़ाएं ,हम सब मिलकर देश बचाएं 
ये समाज अपना ही है इसे मिलकर सभी बचाएं 
हर और नशा है फ़ैल रहा
अब दुर्वसनों का साम्राज्य बढ़ा 
शिक्षा बिन घोर अँधेरा है 
सब मिलकर दीप जलाएं 
आओ मिलकर हाथ बढ़ाएं ,हम सब मिलकर देश बचाएं 
ये समाज अपना ही है इसे मिलकर सभी बचाएं 
कहीं महिलाओं पर अत्याचार
कहीं बहुएं यहाँ जलती हैं
हम बदलें सब की सोच
मधुरता सब के दिल में लायें
आओ मिलकर हाथ बढ़ाएं ,हम सब मिलकर देश बचाएं
ये समाज अपना ही है इसे मिलकर सभी बचाएं
हम रक्त दान करें अंग दान करें
हम सब मिलकर शिक्षा का दान करें
इस धरती मत के वसन न उजाड़े
अपनी जमीन,जंगल , जल स्वंय बचाएं
आओ मिलकर हाथ बढ़ाएं ,हम सब मिलकर देश बचाएं
ये समाज अपना ही है इसे मिलकर सभी बचाएं ....... jyoti dang

Wednesday, April 17, 2013

अपनी रक्षा खुद करनी है अपने भीतर हिम्मत पैदा करके


  • बहुत सी ऐसी बातें हैं जो बच्चे अपने मम्मी पापा से नहीं कह पाते .समाचार पत्रों में में बहुत सी ऐसी घटनाएँ , महिलाओं पर होने वाले अत्याचारों के बारे में हम पढ़ते हैं दामिनी केस के बारे में भी टी वी पर देखा होगा .आज बहुत जरूरी हो गया है कि हम लोग जानकारी रखें कि हमें किस तरह इन दुर्घटनाओं से बच सकते हैं
    बहुत से लोग गलत यौन भावनाओं से महिलाओं को देखते हैं .आज के समय में ये दुर्घटनाएं घरों में, अपने आस पास भी घटित होती हैं और अक्सर घरों के परिचित लोग भी मौके का फायदा उठा कर गलत काम करते हैं .इसलिए जरूरी है कि हम लोग कुछ एहतियात बरतें अपनी रोज़ की जिंदगी में
    बच्चे जब बड़े होते हैं तो उनके शरीर में बदलाव भी होते हैं लड़कियों को पीरियड आना शुरू हो जाते हैं १२ से १४ साल की आयु तक और लड़कों में भी शारीरिक और मानसिक बदलाव होते हैं .आप क्या क्या एहतियात बरतें जिससे कि आप किसी यौन दुर्घटना के शिकार ना हों मैं आपको कुछ उपाय बताना चाहूंगी
    १ज़ब आप घर में अकेले हों तो कभी भी किसी अजनबी के लिए दरवाज़ा न खोलें ,वो चाहे ढूध वाला हो ,अखबार वाला हो , केबल वाला हो , आपका पडोसी या कोई भी खासकर पुरुष .वह आप पर हमला करके आपको अपना शिकार बना सकता है .आप मैजिक आई से देखें यां आवाज़ को पहचानिए .आश्वस्त होने के पश्चात ही दरवाज़ा खोलें
    २. स्कूल जाते या आते हुए किसी भी अज़नबी से लिफ्ट न लें और बहकावे में आकर किसी की गाडी में ना बैठें .ऐसा करने से आप सुरक्षित रहेंगे
    ३. जब आप स्कूल वैन से सफ़र करें तब कोशिश करें कि अगली सीट पर लड़कों को बैठने दें और ड्राईवर से दूरी बना कर रखें ड्राइवर से कभी भी घर की बातें न करें और ना ही कभीअकेले में उसके साथ को खाने की कोई चीज़ कहें जब भी एकेले में कहीं भी सफ़र पर जाएँ तो भूल कर भी किसी के साथ भी कोई भी खाने वाली चीज़ ना खाएं हो सकता है आपको कोई नशे की वस्तु खिला कर आपके साथ गलत काम करें यदि आप वैसे भी किसी बस में ऑटो में सफ़र करें ये बात हमेशां ध्यान में रखें की बस ऑटो भरी हुई हो और उस में औरतें भी बैठी हुई हों ये बात ख़ास कर रात के सफ़र में जरूर ध्यान में रखे चाहे आप अकेली हों या किसी के साथ भी हों हमेशां भरी बस में ऑटो में ही सफ़र करने की कोशिश करें
    ४. कभी भी अपने दोस्तों के साथ अन्जान जगहों पर बिना घर में बताये ना जाएँ तांकि किसी भी देर की स्थिति में आपको ढूँढा जा सके
    ५. यदि आप कभी ऐसी स्थिति में फंस जाएँ तो आपके नाखून और दांत बड़े हथियार बन सकते हैं ऐसी स्थिति से बचने के लिए उस बुरे व्यक्ति की आँखों में अंगुलियाँ घुसेड दें और दांतों से उसको कटाने की कोशिश करें तांकि आप बच सकें आप अपने हाथ को से उसके नाक के उपरी भाग पर वार कर के भी बच सकते हैं . आप उसके निचले भाग की जगह यानि दोनों टांगों के बीच जोर से अघात करें और अपना बचाव करें .
    ६. यदि रास्ते में कोई आपसे बतमीजी करे तो तुरंत शोर मचाकर लोगों को इकठ्ठा करें और उसका विरोध करें याद रखें विरोध ही बचाव का तरीका है
    ७. कोई भी बात अपने घर वालों से ना छिपायें छेड़छाड़ करने वालों की शिकायत अपने माता पिता टीचर से जरूर करें . कभी भी शर्म ना करें क्यूंकि लोग इसी बात का फायदा उठाते हैं
    ८. कभी भी किसी भी बुरी स्थिति में अपनी हिम्मत मत हारिये डट कर ऐसे बुरे इंसानों का मुकाबला कीजिये मरने से मत दरिये क्यूंकि मरना तो सब को एक दिन है ही इज्ज़त से बढ़कर कुछ नहीं एक कहावत है' परमात्मा उसकी सहायता करता है जो अपनी सहायता आप करे ' तो अपने अपनी रक्षा खुद करनी है अपने भीतर हिम्मत पैदा करके
    अंत में मैं एक बात पिता से कहना चाहती हूँ कि वो अपने बच्चों के दोस्त बनें उनके मन में आपका कोई खौफ न हो तांकि वो अपनी हर बात बिना कोई दर आपको बता सकें साथ ही बहुत छोटे बचों का ध्यान रखें हर समय उनको आपकी ज्यादा जरूरत है

Monday, April 8, 2013

दिल अभी टूटा नहीं है मेरा , सनम कुछ और कोशिश कर 
शायद खेलते खेलते तुझको "ज्योति" मुहब्बत हो जाये 

ज्योति डांग

आज के रोज मुझे मिली थी मेरी नन्ही परी
मेरे आँगन में खिली थी मेरी जूही की कली
बनाकर माँ मुझे उसने किया ममता पूर्ण
उसको पाकर हुआ था मेरा जीवन सम्पूर्ण
आज फिर मैं तुझे देती हूँ दुआएं तू जिए
कोई भी दुःख की चुभन जीवन में न छुए
तुझपे जाती हूँ वारी मेरी कोख की प्यारी
तेरा भाग्य हिमालय शिखर सा उज्जवल हो
तेरी ज्योति से जीवन में सबके संबल हो
तेरी माँ की दुआ है तू जहाँ भी रहे प्यारी
तू सदा बनकर जिए सम्पूर्ण मेरी प्यारी
ज्योति डांग
हे प्रियवर मेरे मुझको 
आज तुम्हे है.... कहना 
जन्म जन्म तक मुझको 
साज़न तेरी बन कर रहना 
तुम हो मेरे सम्बल साजन 
मैं हूँ निर्बल....... एकलता 
मेरे जीवन के प्रश्नों.... का 
तुम ही हो सम्पूरण पता 
तेरी छाया में जीवन भर 
सूरज चाँद निहारूं..... मैं 
जीवन के हर पथ...... में 
जीवन साथी बन कर रहना .... jyoti dang

Tuesday, April 2, 2013

meri shayari


हर बात में उसको मेरी जाने क्या क्या नज़र आता है
अक्सर आईने के सामने खड़े होकर बात करता है मुझ से
मैं उसकी आँखों में देख सकती हूँ कितने समंदर
वो मेरे सिवा आँखों में और कुछ खोजता ही नहीं
माँ तो मरकर भी जुदा नहीं होती बच्चे
कौनसी जुदाई की बात करते हो तुम बच्चे
आज की रात मुझे नींद नहीं आएगी
कल तुमसे जो मिलने का अपना वादा है 
साथ छोड़ने की तुम न बातें करो
बिन तुम्हारे सांस हमें आती नहीं !!
जब से मेहमान हुए तुम दिल के मेरे
कोई भी शै दुनिया की भाती नहीं !!.....

उसने झूठ कहा कुछ नहीं उसके पास
वो तो जादूगर है आँखों में संसार बसाये फिरता .........
आज हवाओं में सिहरन बहुत है ठंड की
हो सके तो हमें साजन साथ लेकर चलो
गरज रहे हैं बदल ये कहते हुए...आज ज़रूर मिलना
वरना भीगा बदन जलता रहेगा...भीगने की जलन से
उनको आती है हँसी बीमार के हाल पर
इस तरह दुश्मनी देखो....... अच्छी नहीं
उनको अच्छा लगा है तड़पना मेरा
या खुदा उम्र भर ये बेकरारी रहे
हो गई हूँ मैं खराब अक्सर कहते हैं वो
जिनके पहलू में रात दिन रहती हूँ मैं

  • तेरे मिलने की उम्मीद अब धूमिल होती जा रही
    इतनी रहमत करना फूल चढ़हाने कब्र पर आ जाना



  1. हैं कंवारे हाथ मेरे
    कब से साजन मेरे
    बीते कितने सूने सावन
    कब से नैना राह निहारे
    ओ परदेशी सूना आँगन
    तुमको मेरा आज पुकारे
    दर्श करूँ तेरा प्रियवर मैं
    मेरा प्राण मन कब से पुकारे