हिंदी
मेरी जान है
यह हमारी
राष्ट्र भाषा
मेरे देश की शान है
रहते हो कहीं भी
हमारी
यही पहचान है
है देश की
प्राणमयी भाषा
यही
हमारी आन है
अग्रसर है
विश्वभाषा बनने को
यही हमारा
मान है
वाहक ये संस्कृत की
दर्पण ये साहित्य समाज की
यही हमारा अभिमान है
तन-मन प्राणों से प्यारी
हम सबका सम्मान है।
मेरी जान है
यह हमारी
राष्ट्र भाषा
मेरे देश की शान है
रहते हो कहीं भी
हमारी
यही पहचान है
है देश की
प्राणमयी भाषा
यही
हमारी आन है
अग्रसर है
विश्वभाषा बनने को
यही हमारा
मान है
वाहक ये संस्कृत की
दर्पण ये साहित्य समाज की
यही हमारा अभिमान है
तन-मन प्राणों से प्यारी
हम सबका सम्मान है।
एकदम है हिंदी हमारी पहचान..
ReplyDeleteहिंदी हमारी मातृभाषा है मात्र एक भाषा नहीं ..
आनंद आ गया , शुभकामनायें स्वीकार करें !!
ReplyDeleteबहुत अच्छी प्रस्तुति
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